Saturday 30 December 2017
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जल-जंगल-जमीन
जल जंगल जमीन ने कब कहा नदियों में बहेगी खून की धार जल जंगल जमीन ने कब कहा हरियाली पहनेगी खूनी हार जंगल से ...
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जल जंगल जमीन ने कब कहा नदियों में बहेगी खून की धार जल जंगल जमीन ने कब कहा हरियाली पहनेगी खूनी हार जंगल से ...
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शहर में पसरा सन्नाटा कुछ कह रहा है लेकिन उनके पास वक्त नहीं दरअसल वो देशहित चिंतक हैं उनके अपने विचार और आदर्श हैं वे विमर्...
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गीत या गजल बन कर दूंगा जब आवाज मैं गुनगुना लेना तुम बन जाउंगा राग मैं इश्क़ को सजदा करेंगे, तारे जगमगाएंगे आशिकी की दास्तां ...
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